मस्ती की पाठशाला में नृत्य की अनुपम छठा एवं सुरों की रागिनी बिखरी चहुँ ओर, बच्चों ने लिया भरपूर आनंद

 मस्ती की पाठशाला में नृत्य  की अनुपम छठा एवं सुरों की  रागिनी बिखरी चहुँ  ओर, बच्चों ने लिया भरपूर आनंद

आज दिनांक 17-5-2023 को सेठ एम.आर. जैपुरिया स्कूल्स बनारस पड़ाव शाखा परिसर में ट्रॉपिकल पैराडाइज समर कैंप का दूसरा दिन शानदार  रहा | बच्चों ने मस्ती की पाठशाला का पूरा आनंद उठाया | प्रत्येक बच्चा अपने-अपने चयनित गतिविधियों में जाकर गर्वित हो रहा था |

दिन का शुभारंभ प्रार्थना सभा से हुआ तत्पश्चात जुम्बा  नृत्य प्रशिक्षिक  अमन  जी   द्वारा  बच्चों को नृत्य के कुछ नए स्टेप्स सीखाएँ और एरोबिक्स प्रशिक्षक रोहित रावत ने बच्चों को उर्जान्वित किया | बच्चे जैपुरिया विद्यालय द्वारा आयोजित समर कैंप की प्रतीक्षा पूरे साल करते हैं क्योंकि इस कैंप में प्रति वर्ष  कुछ नवीन क्रियाकलाप बच्चों को सीखाया जाता है |एक्टिविटी ऑफ द डे” नृत्य” के अंर्तगत,विभिन्न प्रकार  के  हाव –भाव,विभिन्न मुद्राओं , नृत्य की बारीकियों   से परिचित कराया गया | समर कैम्प में उपस्थित बच्चे नृत्य का हुनर सीखने के लिए बेताब  नजर आ रहे थे और प्रतीक्षारत बच्चों की लंबी कतार ‘नृत्य सीखने के लिए  आतुर  हो रही थी । बच्चों के आकर्षण का कारण भी तो था आखिर नृत्य की कला में कौन प्रवीण नहीं होना चाहेगा, बच्चे स्वयं  नृत्य  सीखकर अपनी कला का प्रदर्शन करना चाहते हैं|  बच्चे नृत्य सीखने  में पूरी तरह लीन दिखाई दे रहे थे  |






बच्चे ‘तीरंदाजी‘ एवं ‘निशानेबाज़ी‘ के भी दिवाने दिखें। लगभग प्रत्येक बच्चा इन दोनों ही एक्टीविटी को सीखने के लिए आतुर था। निशानेबाजी के प्रशिक्षक अभिषेक सिंह का प्रयास है कि इस क्षेत्र की बारीकियों कों बच्चों को इस प्रकार सीखाएँ कि प्रत्येक बच्चा इस कला में प्रवीण हो जाए। इस कक्ष में अपनी बारी का इंतजार करता प्रत्येक छात्र  गगन नारंग, अभिनव ब्रिंदा ,दीपिका कुमारी और अतानु दास जैसे  कुशल निशाने बाज एवं तीरंदाज़ बनना चाहता है। अन्य  स्कूल से आया बालक  बताता है कि उसने पहली बार बंदूक को हाथ में उठाया हैं, इस समर कैम्प के दौरान और उसके द्वारा साधा गया प्रत्येक निशाना अपने लक्ष्य तक पहुँच रहा हैं। उसे अपने भीतर छुपी प्रतिभा को पहचान कर बड़ा हर्ष हो रहा हैं। यह कला  सीखने के लिए भी सभी बच्चे उत्सुक हैं। वहीं ‘आर्चरी‘ प्रशिक्षक  बताते है कि बच्चे तीरंदाजी सीखकर ओलंपिक खेल प्रतिस्पर्धा में भाग लेकर अपने देश को गौरवांवित करना चाहते हैं।


Comments

Popular posts from this blog

A glimpse of developed India was seen in the school"

Kabaddi Competition

The children of the school will go to Bhubaneswar, Odisha to play in the Nationals.